जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को दिल्ली सीमा पर हिरासत में लिए जाने की तुलना अब किसान आंदोलन से हो रही है। सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने कहा कि सोनम वांगचुक और उनके समर्थकों के साथ वैसा ही किया गया जैसा किसान आंदोलन के समय किसानों के साथ किया गया था। इसी के साथ उन्होंने इस मामले में बड़ी साजिश का भी आरोप लगाया है। उनका कहना है कि वह वांगचुक का समर्थन करते हुए एक दिन के उपवास पर बैठेंगी और लोगों से समर्थन मांगेगीं।