मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव राज्य में सबको साथ लेकर चलने की कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री आवास पर एक अहम बैठक में सीएम मोहन यादव ने कांग्रेस विधायकों से अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों के लिए विकास योजनाओं की रूपरेखा बताते हुए एक विजन डॉक्यूमेंट तैयार करने का आग्रह किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार इस प्रयास में पूरा समर्थन देगी। यादव ने विपक्ष के नेता उमंग सिंघार और लगभग 35 कांग्रेस विधायकों से मुलाकात की।
इस मुलाकात के बाद मोहन यादव ने उम्मीद जताई कि रचनात्मक विपक्ष राज्य के विकास में सकारात्मक योगदान देगा। उन्होंने उनकी चिंताओं को सुना और विभिन्न मुद्दों के समाधान के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने चल रही सरकारी पहलों पर चर्चा की, जिसमें प्रतिकूल मौसम की स्थिति से प्रभावित फसलों का सर्वेक्षण करने का हालिया निर्णय भी शामिल है। उन्होंने जिला कलेक्टरों को किसी भी फसल क्षति का प्रभावी ढंग से समाधान करने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने विशेष रूप से इंदौर, उज्जैन, भोपाल और ग्वालियर जैसे शहरी क्षेत्रों में सब्सिडी बढ़ाकर गौशालाओं (गाय आश्रयों) की स्थिति में सुधार करने के प्रयासों पर प्रकाश डाला।
मुख्यमंत्री का लक्ष्य मध्य प्रदेश में गाय आधारित अर्थव्यवस्था और डेयरी उत्पादन को बढ़ावा देना है, जिससे राज्य दूध उत्पादन में अग्रणी बन सके। यादव ने जिलों, मंडलों और तहसीलों के लिए सीमा समायोजन पर विचार करने के लिए एक राज्य पुनर्गठन आयोग के गठन की भी घोषणा की और विधायकों से सुझाव आमंत्रित किए। उन्होंने उन्हें सरकार की विकासात्मक गतिविधियों के संबंध में पारदर्शिता का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों से, पार्टी संबद्धता की परवाह किए बिना, अपने विजन दस्तावेजों पर सहयोग करने का आह्वान किया। उन्होंने उन्हें यह परिभाषित करने के लिए प्रोत्साहित किया कि वे अगले पांच वर्षों में अपने निर्वाचन क्षेत्रों का नेतृत्व कहां करना चाहते हैं और सरकार से समान सहायता का वादा किया।